आंसू भरी जिन्दगी की थोड़ी सच्चाई
सपने सिर्फ अपने और हकीकत
पराई
हर पल हकीकत सपनो में बदल जाती है
जीती जगती मूरत तस्वीर भर रह जाती है
हर इंसान कि यही कहानी है ,
इस जहाँ का जीवन,जीवन नहीं सिर्फ पानी है
जिंदगी को मोतिओं सा अपने बनाना तुम
हर एक याद को पलकों में बिठाना तुम
हँसता चेरा सदा मुस्कुराता रहा
तुमने किया जो वादा, वो वादा ही रहा
कैसे करे ऐतबार इस जिन्दगी का
मिलती है थोड़ी सी खुशी
फिर ढेर सारा गमो का अम्बार
क्या कहें अब हम कहते तो ये आँसू हैं
कि
"आंसू भरी जिन्दगी की थोड़ी सच्चाई
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